Sunday, November 20, 2022

अभिनंदन अभिनंदन, हमारे अभिनंदन

वीरता का प्रमाण, माँ भारती की शान ।

अभिनंदन अभिनंदन, हमारे अभिनंदन ।।


आतंकवादी थे उदंड, देश को करने चले थे खंड ।

तो दुश्मनों को देने दंड, देश को रखने अखंड ।।


करने उनके सीने पे चोट, अभिनंदन गए बालाकोट ।

6-6 को दिए अकेले ठोक, पर कोई न सका उनको रोक ।।


कश्मीर के हाल का, पूरी और उरी के विस्फोट का ।

ये सर्जिकल स्ट्राइक, जवाब था उनके हर खोट का ।।


न है हमें कोई घमंड, पर जोश है प्रचंड ।

अभिनंदन अभिनंदन, हमारे अभिनंदन ।।

Sunday, July 2, 2017

रिस्तो की ताबूत पे आखिरी कील।

ताउम्र इस बात का तो सुकून रहेगा कि हमारे रिस्तो की ताबूत पे आखिरी कील तुमने नही किसी और ने मारी थी।

Tuesday, May 12, 2015

ले वक़्त ! आज अपने ख्वाबो को दफना के हार मान ली हमने ।

ले वक़्त ! आज अपने ख्वाबो को दफना के हार मान ली हमने ।
माना की कमजोर बारा हूँ तुझसे, मगर इतनी भी खुन्नस क्या थी मुझसे ।।

अकेले अभिमन्यु को सबके साथ घेरा, ये भी क्या न्याय किया था तुमने ।
कोई साथ भी कैसे आता मेरे, तेरे से तो पहले ही हार मान राखी थी सबने ।।

तरपा भी, तरसा भी, सारा जहाँ भटका भी, तुझसे जूझने में कसर भी कहा राखी थी हमने ।
सर भी पटके, धागे भी बाँधे, मन्नत भी तो मांगे खूब, पर रहमत न दिखाई उस रब ने ।।

और कितना जूझता तुझ से अकेला, अपनों को भी तो तेरे तरफ ही खरा देखा था हमने ।
ले वक़्त ! आज अपने ख्वाबो को दफना के हार मान ली हमने ।।

Thursday, July 3, 2014

वो वक़्त गुजर गया

वो वक़्त गुजर गया जब मुझे तेरी मोहोब्बत की आरज़ू थी |
अब तू खुदा भी बन जाये तो मैं तेरा सजदा न करूं ||

Monday, February 17, 2014

हम कहाँ को चले जाते है

दिन तो आते हैं, दिन तो जाते है |
कभी गुनगुनाते है, कभी यादों में खो जाते है ||
पर जब कभी इन लम्हो को समेट के देखा  तो |
पता ही नहीं चला कि हम कहाँ को चले जाते है ||

Saturday, January 4, 2014

आखिर कोई हमारा क्यू नही

मेरे आंसुओ के समंदर का मिलता कोई किनारा क्यू नही !
जो खुद किसी के ना हो पाएं उन्हें भी हैं शिकायत की आखिर कोई हमारा क्यू नही !!

Saturday, November 10, 2012

चौराहे पे खरी बुत


रहते है भीर में अकेले एसे, जैसे की चौराहे पे खरी बुत !
बढ़ते रहे अकेले, और जब गिरे भी तो संभले खुद !!

मन एसा अनछुआ की जैसे वीराने का ताल
जिसकी सतह वर्षो से एसी शांत,
की उसपे एक मोटी परत जम गयी हो !
और उसके निचे सारी भावनाए दब सी गयी हो !!